स्त्री अपनी पहचान बनाने के लिए आज भी समाज में संघर्षरत है – डॉ. अनुराधा तिवारी

शिक्षक मंच द्वारा समाज की 12 महिलाओं को नारी शक्ति गौरव अवार्ड देकर सम्मानित किया गया

रतलाम । पुरुष प्रधान समाज में स्त्री को अपनी पहचान स्थापित करने में आज भी संघर्ष करना पड़ रहा है । संविधान प्रदत्त अधिकारों का समुचित उपयोग न कर पाने की स्थिति में स्त्रियां आज भी भटक रही है । आवश्यकता इस बात की है कि वह स्वयं जागरूक बने और अपने अधिकारों के लिए लड़ने की प्रबल इच्छा धारण करें चाहे वह शुरुआत घर से करनी पड़े, समाज से करनी पड़े या जहां वह कार्य करें वहां से करना पड़े । स्त्री को अपना जीवन सक्षम सफल और सुरक्षित बनाने के लिए स्वयं पहल करना पड़ेगी, आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा । तब ही वह बराबरी का हक हासिल कर पाएगी और सम्मान प्राप्त कर पाएगी ।
उपरोक्त विचार शिक्षक सांस्कृतिक संगठन मंच द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च के उपलक्ष में स्व. श्रीमती प्रेरणा तोगड़े जी की स्मृति में आयोजित नारी गौरव शक्ति गौरव अवार्ड समारोह में उपस्थित महिलाओं तथा गणमान्य जनों को संबोधित करते हुए विधि महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अनुराधा तिवारी ने व्यक्त किये । आपने कहा कि संविधान में महिलाओं को अनेकों अधिकार प्रदत्त किए हैं जिसके फल स्वरूप आज उच्च पदों पर महिलाओं को बैठने का अवसर मिल रहा है, लेकिन वह प्रतिशत बहुत कम है ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही शिक्षाविद प्राचार्य डॉ गीता दुबे ने कहा कि स्त्री विभिन्न रिश्तो में बंधी हुई डोर की तरह है जिसे अपना छोर नजर ही नहीं आता है । वह रिश्तो की पवित्रता की रक्षा करते-करते अपनी स्वयं की पहचान भूल जाती है । उसका अपना अस्तित्व समय की परतों में धूमिल हो जाता है, लेकिन उसका महत्व आज भी बरकरार है । डॉ सुलोचना शर्मा ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि स्व. श्रीमती प्रेरणा तोगड़े अपने शासकीय सेवा के दायित्व का निर्वाह करते हुए समाज की अत्यंत पिछड़े और गरीब महिलाओं के कल्याण के लिए  जीवन भर संकल्पित रही। शिक्षक सांस्कृतिक मंच प्रतिवर्ष उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए महिला दिवस पर उनका स्मरण कर नारी शक्ति गौरव प्रदान करता है ।
श्रीमती चेतना गहलोत परियोजना समन्वय महिला एवं बाल विकास विभाग ने कहा कि महिलाओं को निडर होकर अपने कर्तव्यों का निर्वाह करना पड़ेगा । प्रत्येक मोर्चे पर महिलाओं की भूमिका चुनौती पूर्ण है लेकिन साहस और बुद्धिमत्ता से कार्य किया जाए तो अवश्य ही उन्हें सफलता मिलेगी ।
कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती एवं स्व. श्रीमती प्रेरणा तोगड़े के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया । सरस्वती वंदना श्रीमती संतोष जोशी ने प्रस्तुत की । अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष दिनेश शर्मा, सचिव दिलीप वर्मा, कार्यक्रम संयोजक राधेश्याम तोगड़े, रमेश उपाध्याय,कृष्ण चंद्र ठाकुर, नरेंद्र सिंह राठौड़, श्याम सुंदर भाटी, दशरथ जोशी, रमेश परमार, भारती उपाध्याय,आरती त्रिवेदी, रक्षा के कुमार, नूतन मजावदिया, विनीता पटेल, बी.के.जोशी, स्वतंत्र दशोत्तर, कमल सिंह राठौर आदि ने किया । इस अवसर पर समाज की विभिन्न प्रतिभाशाली महिलाओं को नारी गौरव शक्ति अवार्ड देकर सम्मानित किया गया ।  शिक्षा के क्षेत्र में श्रीमती संध्या बोहरा सहित श्रीमती आशा रावत पार्षद एवं श्रीमती अनीता झालीवाल, श्रीमती आराधना निगुणकर, श्रीमती सुनीता पाठक, उषा लिंबोदिया, नीलम वाघेला को नारी गौरव शक्ति अवार्ड दिया गया ।
इस अवसर पर डॉ. मुरलीधर चांदनी वाला, ओ.पी.मिश्रा, गोपाल जोशी, प्रतिभा चांदनी वाला, श्रीमती सिंधु ओझा, प्रतीक तोगड़े, श्री नरेंद्र जोशी, श्री दिनेश बारोट, शांतिलाल शर्मा, नरेंद्र त्रिवेदी, श्री रणजीत सिंह राठौड़, सत्यनारायण सोडा, ओपी सक्सेना, ललित मोयल, कमल सिंह सोलंकी, अर्चना गोयल, कुंतल शर्मा, कृष्णा भाटी, अनिता जोशी सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन श्रीमती वीणा छाजेड़ ने तथा आभार राधेश्याम तोगड़े ने व्यक्त किया ।