रतलाम 28 फरवरी । ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया रतलाम एवं अग्रणी बैंक कार्यालय रतलाम के तत्वावधान में रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के निर्देशानुसार 24 फरवरी से 28 फरवरी तक आयोजित वित्तीय साक्षरता सप्ताह के तहत “वित्तीय समझदारी – समृद्ध नारी ” विषय पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया।
प्रारंभ में श्री धीरज गुप्ता प्रबंधक रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया भोपाल के मुख्य आतिथ्य में श्री नीलम कुमार सोनी डीडीएम नाबार्ड के आतिथ्य में कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। सर्वप्रथम मां सरस्वती एवं सेंट्रल बैंक के संस्थापक सर सोराबजी पोचखान वाला के चित्र पर माला और फुल अर्पण कर पूजन आदि की गई। श्री एम.एल. मीणा ने रिजर्व बैंक के प्रबंधक श्री धीरज गुप्ता का, श्री दिलीप सेठिया निर्देशक ग्रामीण रोजगार प्रशिक्षण संस्थान ने श्री एन.के. सोनी डीडीएम नाबार्ड का तथा श्री हिम्मत गेलडा (पूर्व अग्रणी बैंक जिला प्रबन्धक) ने श्री जयकुमार सिंह चौहान डीडीएम एनआरएलएम का स्वागत किया।
श्री गुप्ता ने संबोधित करते हुए वित्तीय साक्षरता एवं परिवार का आय व्यय का बजट बनाकर अनिवार्य आवश्यकताओं पर अधिक ध्यान देने के बारे में जानकारी दी और कहा कि अपनी आय का कुछ हिस्सा अपनी इच्छाओं को पूरा करने के बाद कुछ राशि बचत के रूप में भविष्य की आवश्यकता, इमरजेंसी के लिए बचत करना चाहिए। इसी प्रकार आय और खर्चे में संतुलन बनाकर आय के अन्य साधन जुटाने का प्रयास करना चाहिए ताकि भविष्य की आवश्यकताओं के साथ-साथ बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य, मकान एवं अन्य आवश्यकताओं में खर्च किया जा सके। इसी प्रकार बैंकों में विभिन्न प्रकार की हो रही धोखाधड़ियों के बारे में वीडियो के माध्यम से जानकारी प्रदान करते हुए उनसे बचाव के उपाय बताएं।
श्री गुप्ता ने कर्ज लेकर कर्ज का सदुपयोग कर के ऋृण की किस्त समय पर या समय से पूर्व अदा कर अधिक ब्याज भुगतान करने से बचना चाहिए ताकि चूक की स्थिति में आपकी सिबिल खराब न होने पाए। उन्होंने डिजिटल बैंकिंग के उपयोग के बारे में जानकारी देते हुए आरटीजीएस, नेफ्ट, यूएसएसडी वगैरह का उपयोग करने पर प्रकाश डाला। बैंक में वर्तमान में फ्रॉड के नये रूप लालच पर प्रकाश डालते हुए लालच करने से बचने का आह्वान किया। उन्होंने डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई चीज नहीं होने के बारे में भी प्रकाश डाला। इसी प्रकार आजकल होने वाले फ़ोन कॉल या संदेश के माध्यम से सस्ते में सामान देना, सिम बंद होने, एटीएम बंद कर दिये जाने आदि के बारे में बैंकों द्वारा कोई फोन नहीं किया जाता है। इसलिए किसी के बहकावे में आकर जल्दबाजी में ओटीपी बताना, एटीएम का पिन बताना, सिम बंद होने की जानकारी के डर से हड़बड़ाहट में ओटीपी आदि बताकर डाटा चोरी एवं बैंक खाता हैक हो जाने से बचने के लिए किसी बहकावे में ना आने के बारे में जानकारी दी।
श्री गुप्ता ने कहा कि आपके खाते में कोई धनराशि जमा करने का लालच देकर, अधिक राशि भेज कर दोबारा वह राशि या उससे कम राशि वापस मांगने या भेजने का काम भी अपराधी लोगों द्वारा किया जा रहा है। इससे भी आम जनता को सतर्क रहने का आव्हान किया। रिजर्व बैंक द्वारा “सतर्क रहिए- जागरूक बनिए” का प्रचार करते हुए विभिन्न वीडियो समय-समय पर जारी किए जाते हैं। समाचार पत्रों, चैनल आदि के माध्यम से भी जानकारी आम जनता तक पहुंचाने का निरंतर प्रयास किया जाता है।
कार्यक्रम में श्री हिम्मत गेलड़ा, पूर्व अग्रणी जिला प्रबंधक, श्री एन.के. सोनी डीडीएम नाबार्ड, श्री जयप्रकाश चौहान डीपीएम एनआरएलएम, जिला पंचायत रतलाम, श्री एम.एल. मीणा एलडीएम, श्री दिलीप सेठिया निर्देशक ग्रामीण स्वराज प्रशिक्षण संस्थान रतलाम एवं श्री संदीप, श्रीमती सोनू राठौर, श्री मोहित सिसोदिया, श्री भविष्य सांखला एवं विभिन्न 40 प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। संचालन श्री आर.एस. सेठिया ने किया तथा आभार श्री एम.एल. मीणा ने माना।