इंदौर की बेटी ने पानी में गोता मार निकाले दो स्वर्ण सहित तीन पदक

38वीं राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में इंदौर सहित पूरे प्रदेश का नाम किया रोशन

इन्दौर 10 फरवरी । मध्यप्रदेश में राज्य शासन द्वारा खेल और खिलाड़ियों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशन में खेल सुविधाओं के विस्तार और सुदृढीकरण के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे है। इसके फलस्वरूप मध्यप्रदेश के खिलाड़ी देश-दुनिया में प्रदेश का नाम रोशन कर रहें है। इन्हीं में से एक इंदौर की होनहार बेटी पलक शर्मा है,जिसने हाल ही में 38वीं राष्ट्रीय खेल के तहत गोताखोरी प्रतियोगिता में दो स्वर्ण सहित तीन पदक हासिल किये।
पलक शर्मा को राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में हाई बोर्ड और एक मीटर गोताखोरी में स्वर्ण तथा तीन मीटर गोताखोरी में रजत पदक प्राप्त हुआ है। इनके प्रशिक्षक के रूप में श्री रमेश व्यास थे। इंदौर की यह बालिका बाल्यकाल से ही खेलों के प्रति बेहद रूचि रखती थी। उसने खेल का अपना सफर 8 वर्ष की उम्र में प्रारंभ किया था। चार वर्ष बाद मात्र 12 वर्ष की उम्र से उसने प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में पदक प्राप्त करने का सिलसिला प्रारंभ कर दिया, जो आज तक अनवरत जारी है। पलक ने खेलों के प्रति अपने समर्पण और जज्बे से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में लगातार बेहतर प्रदर्शन करते हुए अनेक महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की। पलक के खाते में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की उपलब्धियां है। पलक को वर्ष 2021 में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार और वर्ष 2022 में मध्यप्रदेश का सर्वोच्च पुरस्कार एकलव्य सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा उनकी उपलब्धियों को देखते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल के तहत चल रहे “बेटी बचाओं- बेटी पढ़ाओं” अभियान का ब्रांड एंबेसडर भी बनाया गया। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक के बाद एक लगातार पदक जीत कर पलक विश्व फलक पर इंदौर का परचम फहरा रही है।
हाल ही में उत्तराखंड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेल में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल होने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पलक शर्मा को शुभकामनाएं देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। अपने शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भविष्य में भी सफलता के नये कीर्तिमान स्थापित कर प्रदेश और देश का नाम गौरवांवित करती रहे।