रतलाम । लगभग 40-42 वर्षों तक शासकीय सेवा में रहकर अपने दायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वाह करना, अपने सानिध्य में आने वाले विद्यार्थियों तथा सहकर्मी शिक्षकों के बीच तालमेल बिठाकर व्यक्ति अपना कर्तव्य निभा ले यही उसके सफल और प्रेरक व्यक्तित्व की पहचान है ।
उपरोक्त विचार आदर्श माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 1 फ्रीगंज से सेवानिवृत हुए वरिष्ठ शिक्षक नरेंद्र सिंह राठौर के सेवानिवृत्ति समारोह में उपस्थित मुख्य अतिथि संकुल प्राचार्य श्रीमती ममता अग्रवाल ने व्यक्त किये । आपने कहा कि शिक्षक कभी सेवानिवृत नहीं होता । यह एक पड़ाव है इसके बाद भी शिक्षक समाज सेवा के कई कार्य अपने अनुभव से कर सकता है । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विकासखंड शिक्षा अधिकारी एम.एल. डामर ने कहा कि अपने व्यवहार और आचरण से शिक्षक सदैव सम्मान प्राप्त करता है । श्री राठौर साहब हमेशा बच्चों के प्रति और विद्यालय के प्रति निष्ठावान शिक्षक के रूप में रहें हैं ।
विशिष्ट अतिथि शिक्षक सांस्कृतिक संगठन के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में कार्य करके दिखाना शिक्षक की पहचान होती है । शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र राठौर साहब ने अपनी सेवाओं में सदैव पारदर्शिता रखी और समर्पण और ईमानदारी से कार्य किया । शिक्षक के साथ-साथ स्काउट गतिविधियां, जन शिक्षक एवं शिक्षक कांग्रेस, शिक्षक सांस्कृतिक मंच जैसी संस्थाओं से जुड़कर शिक्षकों के समस्याओं के प्रति सदैव आवाज बुलंद करते रहे यही आपके व्यक्तित्व की पहचान रही है। इस अवसर पर बी.आर.सी. प्रशांत त्रिवेदी, शिक्षक कांग्रेस के भरत जोशी, सुरेश जोशी, हेमंत राय, दिलीप वर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए ।
आरंभ में संस्था प्रधान श्रीमती आशा दुबे ने स्वागत भाषण देते हुए श्री राठौर के कार्यों की प्रशंसा की । उन्हें एक बेहतर मार्गदर्शन सहयोगी बताया और कहां की छात्रों के प्रति सदैव समर्पित शिक्षक के रूप में श्री राठौर साहब को याद किया जाएगा । संस्था और अतिथियों द्वारा अभिनंदन पत्र तथा साफा बांधकर उन्हें सम्मानित किया गया । इस अवसर पर श्री राठौर के परिजन तथा सज्जन क्षत्रिय समाज समिति, विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि सहित दशरथ जोशी, रूप सिंह तथा संस्था के विद्यार्थियों ने पुष्प कुछ देकर श्री राठौर को सम्मानित किया । कार्यक्रम का संचालन दिनेश शर्मा ने तथा आभार विद्यालय शिक्षक ने किया ।