गीता भवन में वृंदावन की गिरिराज वाटिका के स्वामी वृंदावन दास महाराज का पादुका पूजन

गीता भवन में वृंदावन की गिरिराज वाटिका के
स्वामी वृंदावन दास महाराज का पादुका पूजन

आज से शुरू हो गई चार संतों के प्रवचनों की अमृत वर्षा – प्रतिदिन दो सत्रों में होंगे प्रवचन

इंदौर, । मनोरमागंज स्थित गीता भवन पर चातुर्मास के दौरान भक्तों को देश के चार बड़े संतों के प्रवचनों की अमृत वर्षा का पुण्य लाभ मिल सकेगा। प्रवचनों का शुभारंभ आज गुरू पूर्णिमा से हो गया। सुबह के सत्र में स्वामी वृंदावन दास महाराज ने गुरू की महत्ता बताई। तदपश्चात गुरू पूर्णिमा के उपलक्ष्य में परंपरा के अनुसार ट्रस्ट मंडल की ओर से अध्यक्ष राम ऐरन, मंत्री रामविलास राठी, संरक्षक न्यासी गोपालदास मित्तल, महेशंचंद्र शास्त्री एवं अन्य सदस्यों ने स्वामी वृंदावन दास महाराज का पादुका पूजन कर शाल-श्रीफल भेंट कए।
गीता भवन पर आज से प्रारंभ हुए चातुर्मासिक प्रवचनों की श्रृंखला में वृंदावन दास महाराज के प्रवचन 4 अगस्त तक प्रतिदिन सुबह-शाम दो सत्रों में सुबह 9 से 10 एवं शाम 5.30 से 6.30 बजे तक होंगे। उनके बाद 5 से 19 अगस्त तक ऋषिकेश के स्वामी अखंडानंद महाराज, 20 अगस्त से 2 सितम्बर तक उज्जैन के स्वामी असंगानंद महाराज और 3 सितम्बर से 17 सितम्बर तक नैमिषारण्य के बालशुक पुंडरिक महाराज के प्रवचन होंगे।
चातुर्मास में अनेक त्योहार भी मनाएंगे – न्यासी मंडल के दिनेश मित्तल, टीकमचंद गर्ग एवं पवन सिंघानिया ने बताया कि चातुर्मास के दौरान 11 अगस्त को तुलसी जयंती, 26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, 7 सितम्बर को गणेश चतुर्थी, 11 सितम्बर को राधा अष्टमी, 14 सितम्बर को गीता भवन के संस्थापक बाबा बालमुकुंद की पुण्यतिथि तथा 18 सितम्बर को चातुर्मास का समापन होगा। 7 सितम्बर को गणेश चतुर्थी पर 1008 लड्डुओं से गणेशजी की अर्चना होगी। इसके अलावा सावन माह के प्रत्येक सोमवार को बिल्वपत्र से भगवान शिव का पांच विद्वानों के सानिध्य में सुबह 10 से 11 बजे तक अभिषेक भी होगा। इस बार पहला सोमवार 22 जुलाई को, दूसरा 29 को, तीसरा 5 अगस्त को, चौथा 12 अगस्त को और पांचवां सोमवार 19 अगस्त को आएगा। गुरू पूर्णिमा से शुरू होने वाले चार संतों के प्रवचनों के आयोजन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है।