देशभर में निःशुल्क कानूनी जागरूकता सलाह – विधि विशेषज्ञ पंकज वाधवानी

देशभर में निःशुल्क कानूनी जागरूकता सलाह – इंदौर के विधि विशेषज्ञ पंकज वाधवानी

रोजमर्रा के जीवन में आने वाली कानूनी दिक्कतों पर पिछले 4 वर्षों से लगातार एक वीडियो लेक्चर जारी

अब तक 1700 से ज्यादा वीडियो लेक्चर अपलोड किए

इंदौर। इंदौर हाई कोर्ट अधिवक्ता और लॉ प्रोफेसर पंकज वाधवानी द्वारा समाज में आम लोगों के हितों कि रक्षा हेतु कानूनी जागरूकता संबंधी रोज एक वीडियो यूट्यूब चैनल ” लाॅ इसी ” पर निःशुल्क रिलीज कर रहे हैं, यह क्रम पिछले 4 वर्षों से निरंतर चल रहा है और अभी तक 1700 से ज्यादा वीडियो लेक्चर रोजमर्रा के जीवन में आने वाली कानूनी दिक्कतों एवं उनके समाधान को लेकर जारी कर चुके हैं। अधिवक्ता पंकज वाधवानी का शुरू से ही ध्येय रहा है कि निःशुल्क कानूनी परामर्श प्रत्येक व्यक्ति को मिलना चाहिए क्योंकि विधिक साक्षरता अर्थात कानूनी जागरूकता से व्यक्ति के जीवन में आने वाली समस्याएं और विवाद स्वत: ही समाप्त हो जाती हैं जो कि ना सिर्फ प्रत्येक व्यक्ति के हित में होता है बल्कि यह समाज और राष्ट्र के हित में है।

वसीयत, बीमा क्लेम, संपत्ति विवादों पर देशभर से आते हैं फोन कॉल

लॉ लेक्चरर और पंकज वाधवानी द्वारा आम व्यक्तियों को आए दिन जूझने वाली समस्याओं के विषयों पर अपलोड किए गए वीडियो में जैसे वसीयत ड्राफ्ट करते समय किन बातों का ख्याल रखें , मेडिक्लेम तथा इंश्योरेंस क्लेम रिजेक्ट होने पर क्या करें, खाली पड़े प्लॉट पर कोई व्यक्ति अवैधानिक कब्जा कर ले तो क्या किया जाए, पुलिस द्वारा एफ आई आर दर्ज नहीं की जाती है, तो उसके लिए क्या कानूनी उपचार है इत्यादि विषयों पर देश के अलग-अलग राज्यों और शहरों से फोन कॉल आते हैं जिस पर वाधवानी उन्हें निःशुल्क कानूनी परामर्श उपलब्ध कराते हैं। पंकज वाधवानी द्वारा लॉ इजी के नाम से यूट्यूब चैनल 23 अगस्त 2020 से प्रारंभ किया था जो कि भारत में ही नहीं पाकिस्तान, नेपाल,श्रीलंका, यूके, यूएई, अमेरिका इत्यादि देशों में भी देखा जा रहा है।

4 वर्षों में 1,35,000 से ज्यादा फॉलोवर

5 मिनट से 8 मिनट के छोटे-छोटे वीडियो लेक्चरर्स के माध्यम से इंदौर के वकील पंकज वाधवानी के पिछले 4 वर्षों में 1,35,000 से ज्यादा फॉलोअर्स हो चुके हैं उल्लेखनीय है अधिवक्ता पंकज वाधवानी द्वारा एलएलबी मे तीनों वर्ष विश्वविद्यालय में प्रथम रैंक प्राप्त कर तीन स्वर्ण पदक हासिल किए, उसके उपरांत राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली नेट परीक्षा दो बार कानून विषय में उत्तीर्ण की और निरंतर अध्ययन जारी रखते हुए सात विषयों में एम ए , 15 से अधिक विषयों में पोस्ट ग्रेजुएट एवं डिप्लोमा इत्यादि अर्जित करते हुए वर्तमान में भी अध्ययनरत हैं। कानून के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन किस प्रकार किया जाए इस पर भी निरंतर रिसर्च करते रहे हैं।