दादा आदिनाथ के जन्म कल्याणक पर सफेद मंदिर से निकली भव्य पालकी यात्रा-युवाओं ने दिया कांधा
अनेक साधु-साध्वी भगवंत भी हुए शामिल-नवकार परिवार ने की अष्टप्रकारी पूजा-पीड़ित मानवता की सेवा भीइंदौर, 2 अप्रैल। पीपली बाजार स्थित सफेद मंदिर से मंगलवार को सुबह जैन समाज के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ के जन्म कल्याणक महोत्सव के उपलक्ष्य में भव्य पालकी यात्रा निकाली गई। नवकार परिवार के युवाओं ने पूजा के वस्त्र में पालकी को कांधे पर लेकर भजन मंडली के साथ नाचते-गाते, झूमते चलते हुए अ.भा. श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक युवक महासंघ के तत्वावधान में दादा आदिनाथ की प्रतिमा के समक्ष अष्टप्रकारी पूजन भी संपन्न किया।महासंघ के अध्यक्ष अमित श्रीमाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रीतेश ओस्तवाल, महासचिव विजयराज भंसाली एवं नीतेश सोनगरा ने बताया कि पालकी यात्रा में प.पू. गणिवर्य आदर्श रत्न सागर म.सा., प.पू. गणिवर्य अक्षत रत्न सागर म.सा., मुनि प्रवर ऋषभचंद्र सागर म.सा. आदिठाणा एवं साध्वी मंडल भी शामिल थे। पालकी यात्रा में 15 महिला मंडलों की बहनें, नासिक के ढोल, अश्वारोही युवा, बैंड-बाजे एवं भगवान के जयघोष के बीच नाचते-गाते युवा, आदिवासी नर्तक दल, भजन एवं गरबा मंडल सहित हजारों समाज बंधु शोभायमान थे। प्रचार मंत्री अमित गोलेछा, गौरव सेठिया, संयोजक प्रमोद चौरडिया, रूचित डोसी, प्रदीप मारू, अर्पित जैन, राजेश ज्वाला, राहुल भंडारी, विनय पीपाड़ा, जयेश पालरेचा, संजय सावनसूखा, नरेंद्र राठौर, शैलेंद्र बोहरा पूरे समय व्यवस्थाएं संभाले रहे। महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नीलेश सखलेचा भी मौजूद रहे।*कैंसर मरीजों के लिए पलंग* -इस मौके पर पीड़ित मानवता की सेवा की परंपरा के अनुरूप महासंघ की ओर से रॉबर्ट नर्सिंग होम को ‘संस्था उम्मीद’ के माध्यम से कैंसर मरीजों के लिए एक सर्वसुविधा युक्त पलंग हेतु एक लाख रुपए की राशि भेंट की गई।पालकी यात्रा में वरिष्ठ समाजसेवी कैलाश नाहर, विजय मेहता, कल्पक गांधी, मनीष सुराना, ललित सी. जैन, संजय मोगरा, सुनील गांग, सुरेश सकलेचा, संजय छाजेड़, सुरेंद्र कोठारी, पारस डोसी, प्रकाश नाहर, रितेश जैन, रोहित श्रीमाल, अमोल जिंदाणी, प्रवीण छाजेड़, अतुल कांकरिया, मनोज लोढ़ा, सुरेश देशलहरा, नरेंद्र भटेवरा, सिद्धार्थ भंसाली सहित अनेक जैन संगठनों के प्रतिनिधि एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे। पालकी यात्रा का समापन सफेद मंदिर पर धर्मसभा के साथ हुआ, जिसमें साधु-साध्वी, भगवंतों ने दादा आदिनाथ की भक्ति एवं पालकी यात्रा के उत्साह हेतु युवा वर्ग को आशीष प्रदान किए।