महाशिवरात्रि के मौके पर देश के सिनेमाघरों में आयेगा धौलपुर का डकैत

*महाशिवरात्रि के मौके पर देश के सिनेमाघरों में आयेगा धौलपुर का डकैत*

*सलमान खान के शहर इंदौर से निकला एक और हीरो*

इंदौर । महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर एक सम्पूर्ण बॉलीवुड मसाला फिल्म रिलीज होने जा रही है जिसका नाम है डकैत ऑफ धौलपुर। इस फिल्म से मनोज चतुर्वेदी बॉलीवुड में कदम रखने जा रहे हैं। फिल्म डकैत ऑफ धौलपुर में मनोज चतुर्वेदी ने अभिनय के साथ साथ फिल्म का निर्माण भी किया है। मनोज चतुर्वेदी के साथ इस फिल्म में निर्देशन की जिम्मेदारी अफजल खान ने संभाली है। डकैत ऑफ धौलपुर में मनोज के साथ राधा अजमेरा मुख्य भूमिका निभा रही हैं।

मनोज चतुर्वेदी अपनी पहली फिल्म को लेकर काफी उत्साहित हैं क्योंकि उन्होंने अपनी पहली फिल्म के लिए शानदार कहानी का चयन किया है जिसमें ट्रेजेडी है, ऐक्शन है, ड्रामा है, रोमांस है,और कॉमेडी है। साथ ही फिल्म को महाशिवरात्रि के दिन रिलीज होने की वजह से उनका आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है। मनोज चतुर्वेदी ने फिल्म के रिलीज को लेकर कहा है कि “मैं शिवशक्ति का भक्त हूं। उनके लिए महाशिवरात्रि का ये त्योहार साल में एक बार मनाया जाता है इसलिए भक्त होने के नाते मैं अपनी पहली फिल्म को शिवशक्ति के चरणों में समर्पित करने जा रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि शिवशक्ति की कृपा मुझपर बनी रहेगी और उनके आशीर्वाद से मुझे मेरे मकसद में कामयाबी मिलेगी”

दरअसल इंदौर के रहने वाले मनोज चतुर्वेदी का मकसद है मनोरंजन की दुनियां में खूब नाम कमाना और बॉलीवुड में अपना ऊंचा मुकाम बनाना जिसका सपना मनोज चतुर्वेदी ने बचपन से देखा है। पेशे से मनोज चतुर्वेदी केमिस्ट रहे हैं और देश की सबसे बड़ी फार्मास्यूटिकल कंपनियों में से एक फार्मास्यूटिकल
कंपनी के साथ बतौर केमिस्ट जुड़े रहे हैं। केमिस्ट रहते हुए मनोज चतुर्वेदी ने अपने सपनों को साकार करने के लिए लगातार प्रयास किया। मनोज चतुर्वेदी ने फिल्म बनाने से पहले एक छत्रनीति नाम की डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई थी जिसका भव्य प्रीमियर इंदौर शहर में किया गया था। यहां से मनोज चतुर्वेदी ने रुपहले परदे पर अपनी दस्तक दे दी थी और करीब 10 सालों की स्ट्रगल के बाद मनोज चतुर्वेदी ने फिल्म बनाई जिसका नाम है डकैत ऑफ धौलपुर।

मनोज ने अपने इस सपने को पूरा होता देख कहा है कि “बचपन से मुझे फिल्मों में काम करने का शौक था। जब स्कूल के फंक्शन में परफॉर्म करते थे तब तालियों की गूंज मुझे फिल्मों में आने के लिए प्रोत्साहित किया करती थीं”

मनोज चतुर्वेदी आगे कहते हैं कि “मैंने जो सपना बचपन में देखा था उसका पीछा कभी नही छोड़ा। बतौर केमिस्ट हमने अपना काम बहुत ही मेहनत और ईमानदारी के साथ किया मगर सपने के पीछे चलते रहे। अब जब फिल्म डकैत ऑफ धौलपुर बनाई है तो इसे भी बहुत ही मेहनत और ईमानदारी से बनाई है”

फिल्म डकैत ऑफ धौलपुर को बाबा सीने एंटरटेनमेंट फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले बनाई गई है। फिल्म की कहानी धौलपुर नाम के एक गांव के आम इंसानों और किसानों के इर्द गिर्द घूमती है जिसमें बाहुबली द्वारा किसानों से लेवी वसूलने और इनपर अत्याचार को बड़ी रियलिस्टिक तरीके से दिखाया जाएगा। फिल्म को सेंसर बोर्ड की तरफ से UA सर्टिफिकेट भी दिया जा चुका है।