डायल-100 की कार्यप्रणाली को और बेहतर बनाने हेतु, किया गया, ज़ोन स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन

*डायल-100 की कार्यप्रणाली को और बेहतर बनाने हेतु, किया गया, ज़ोन स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन।*

इंदौर– । – किसी अप्रिय स्थिति व अपराध नियत्रंण एवं आम नागरिकों को किसी भी प्रकार की समस्या होने पर समय पर सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से, पुलिस की डायल-100 एफआरवी सेवा मुस्तैदी से अपना कार्य कर रही है। डायल-100 एफ.आर.वी. और बेहतर कार्यवाही कर, पीड़ित लोगों तक कम से कम समय में पहुंचकर, मदद हेतु तत्पर रहे, इस हेतु इन्दौर ज़ोन के पुलिस अधिकारियों के लिये ज़ोन स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन  पुलिस आयुक्त कार्यालय इंदौर के सभागार में किया गया।
ज़ोनल प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन श्रीमान पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री राकेश गुप्ता द्वारा किया गया, जिनके विशेष आतिथ्य व पुलिस उपायुक्त मुख्यालय इंदौर श्री जगदीश डावर की उपस्थिति में, पुलिस मुख्यालय भोपाल से आए प्रशिक्षक अधिकारियों एवं सहायक पुलिस आयुक्त (कंट्रोल रूम) इंदौर श्री सुभाष सिंह व टीम द्वारा इन्दौर ज़ोन अंतर्गत- पुलिस कमिश्नरेट इंदौर, ग्रामीण-इंदौर, धार, झाबुआ, अलिराजपुर, खरगोन, खण्डवा, बड़वानी, बुरहानपुर जिलोे के विभिन्न थानों में पदस्थ निरीक्षकों, उप निरीक्षकों को डायल-100 पर प्राप्त होने वाले इवेंट्स पर कम से कम समय में कॉलर को मदद पहुंचाने व उन समस्याओं के उचित वैधानिक निराकरण के लिये किस प्रकार त्वरित कार्यवाही की जाएं तथा डायल-100 सेवा को बेहतर बनाने हेतु जो नित नई तकनीक प्रयोग की जा रही है, आदि बातों का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया।

इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर इंदौर श्री राकेश गुप्ता ने कहा कि, डायल-100 सेवा, पुलिस की कार्यप्रणाली का एक महत्वपूर्ण अंग है, इसे हम जितना बेहतर करेगें उतनी ही पुलिसिंग बेहतर होगी और आमजन की समस्याओं का त्वरित निराकरण होगा तथा इससे पुलिस की और बेहतर छवि जनता के बीच जाएगी। अतः हम सभी को मिलकर आम जनता के हितों के लिये चलायी जा रही इस महत्वपूर्ण सेवा को और बेहतर बनाने के लिये हमेशा कृत संकल्पित रहना चाहिए।

इस दौरान अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को डायल-100 के संचालन के लिये निर्धारित एसओपी के बारें में जानकारी प्रदाय की गयी वहीं रिस्पांस टाइम के महत्व व संवेदनशील प्रकरणों में क्या करें और क्या न करें इसके संबंध में भी विस्तार से समझाया। डायल-100 सेवा व एफआरवी के बेहतर उपयोग हेतु एम.डी.टी. (मोबाइल डाटा टर्मिनल) तथा प्रयोग की जा रही नई तकनीकी के संचालन का व्यवहारिक प्रशिक्षण को प्रजेन्टेशन के द्वारा समझाया गया। एफआरवी के बेहतर रखरखाव के संबंध में भी आवश्यक जानकारी दी गयी।

उक्त एक दिवसिय प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन अति. पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव द्वारा किया गया तथा उन्होनें सभी प्रशिक्षणार्थियों से ड्यूटी के दौरान उनके अनुभवों व उनकी समस्याओं को भी जाना तथा उनसे सामान्य परिचर्चा भी की। उन्होनंे आ रही व्यवहारिक समस्याओं के निराकरण हेतु आवश्यक जानकारी सहित जरुरी निर्देश भी दिये। साथ ही उक्त प्रशिक्षण कार्यशाला में बेहतर प्रदर्शन करने वालें प्रशिक्षणार्थियों निरीक्षक लोकेश सिंह भदौरिया-नगरीय इंदौर, निरीक्षक राजेन्द्र बर्मन-जिला खरगोन, उप निरीक्षक दिलिप सिंह गौर-जिला झाबुआ को पुरस्कृत भी किया गया।