त्यौहार कब है ? ये निर्णय धर्मगुरु का हो

इंदौर। त्यौहार कब है यह सुनिश्चित करने का काम धर्मगुरु और ज्योतिषियों का होना चाहिए लेकिन दुख है कि यह कार्य जिलाधीश महोदय करते हैं वे तय करते हैं कि हिंदुओं को त्यौहार कब मनाना है और सरकारी कार्यालय एवं स्कूल में कब छुट्टी रखना है
श्री जैन प्राच्यविद्या अनुसंधान संगठन द्वारा आयोजित प्राच्यविद्या अधिवेशन एवं अलंकरण समारोह में देश के विभिन्न शहरों से सम्मिलित हुए विद्वानों ने कही, विशेष रूप से गुरु मां उषा सिंह नोएडा ,भूपेंद्रजी महामंडलेश्वर तिरुपति बालाजी ,डॉ शीतल जैन ग्वालियर ,डॉक्टर रोहित पंत चंडीगढ़ ,धर्मगुरु योगेंद्रजी महंत ,श्री रामचंद्र शर्मा वैदिक , दिलीप राजपाल ,जितेंद्रजी बम , राजेश माहेश्वरी ,जमुनालाल जोशी आदि ने शास्त्रों का प्रमाण सहित प्राच्यविद्या पर उद्बोधन दिया संगठन के संरक्षक एमके जैन एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती मनीषा चेलावत ने बताया कि एयरपोर्ट रोड स्थित नवग्रह जिनालय परिसर में आयोजित अधिवेशन में तिरुपति बालाजी के महामंडलेश्वर ने अपने उद्बोधन में कहा कि तुर्की ईरान बर्मा चीन मलाया एवं भारत आदि पूर्वी देशों के ताडपत्र पर अंकित धर्म ग्रंथों में धर्म भाषा ज्योतिष वास्तु हीलिंग सामुद्रिक विद्या आदि विधाओं का भरपूर संग्रह पाया गया प्राच्यविद्या के गूढ़ रहस्यों .का अध्ययन कर शोध कार्य किए जाने की आवश्यकता है प्रारंभ में अतिथि बालिका सेनगुप्ता हेमलता शर्मा संगीता शर्मा डॉक्टर डॉक्टर राजकुमार अग्रवाल नीलेश गोधा देवेंद्र सिंघई संतोष भार्गव ने दीप प्रज्वलित कर अधिवेशन का शुभारंभ किया , अतिथियों का स्वागत नीलेश गोधा आभा जैन आशीष जैन अंकित जैन मनोज जैन प्रीति पाडलिया प्रीति गुप्ता प्रतिभा राउत ज्योति सिंगोड़ और प्रियंका बोरदिया श्रद्धा सोनी शिल्पा बागरेचा ने किया
5 सत्रों में चले विचार मंथन एवं अलंकरण सम्मान सत्र अधिवेशन का संचालन ज्योतिषाचार्य एमके जैन ने किया एवं आभार राष्ट्रीय महामंत्री सुशील जैन ने माना