व्यासपीठ से विद्यार्थियों को दिए सफलता के सूत्र

इंदौर| मनुष्य के लिए पारस के समान हैं भगवान श्री राम की कथा, जो भी रामचरितमानस का अनुसरण करेगा वह संकटों से दूर होकर मोक्ष प्राप्त करेगा साथ ही संसार में कीर्ति और ख्याति के साथ त्याग तपस्या और बलिदान की अमिट छाप श्रीरामचरितमानस मैं दर्शाई गई है|
उक्त विचार सद्गुरु साईनाथ सेवा समिति द्वारा आयोजित श्री राम कथा व्यास पीठ से पं. रामजी शर्मा रामजी महाराज ने मंगलवार को व्यक्त किए। समाजसेवी नेमीचंद नायक ने बताया कि सुबह से ही राम नाम का जाप रेवती अरविंदो और आसपास की कॉलोनियों के श्रद्धालु कर रहे हैं महिला पुरुषों की भजन मंडली अभी कीर्तन कर रही हैं देर रात तक भजन चल रहे हैं। व्यासपीठ का पूजन पूर्व राज्यमंत्री एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्व ब्राह्मण समाज संघ पं.योगेंद्र महंत, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, राम सिंह दिखित, गोलू शुक्ला, कमलेश्वर सिंह सिसोदिया आदि ने किया। व्यासपीठ से श्री राम जी महाराज ने कहा कि दूसरों में दोष देखने के बजाय खुद के दोष दूर करेंगे तो संसार सुंदर नजर आएगा और व्यर्थ ईर्ष्या से भी बच पाएंगे। नेमीचंद नायक ने बताया कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर श्री राम कथा का समापन होगा और प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है भंडारे को सफल बनाने के लिए श्री सद्गुरु साईं नाथसेवा समिति के 300 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को अलग-अलग दायित्व दिए गए हैं भोजन, जल, अतिथि सत्कार और पार्किंग समितियां बनाई गई है जो पूरी व्यवस्था को सुचारू संचालित करेंगे।