• आईआईटी इंदौर के डॅा.हेमचंद्र झा ने रिसर्च ग्रांट राइटिंग के बारे दी जानकारी
इंदौर। मालवांचल यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट आफ पैथोलॅाजी द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया। इंडेक्स मेडिकल कॅालेज सभागृह में रिसर्च ग्रांट राइटिंग के बारे में मुख्य वक्ता आईआईटी इंदौर के डॅा.हेमचंद्र झा ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जब भी कोई रिसर्च करता है तो सबसे पहला सवाल रिसर्च क्यों की जा रही इस बारे में होता है। आज के बदलते दौर में बीमारियां हर दिन नया रूप ले रही है। रिसर्च के जरिए हम इन नई बीमारी का इलाज करने के साथ इसकी दवा ढूंढ पा रहे है। रिसर्ट ग्रांट राइटिंग में इन सभी बातों का ध्यान होता है कि आप किसी बीमारी का किस तरह एनालिसिस करते है। डॅा.झा ने बताया कि रिसर्च के लिए जुनून के साथ कई बातों का ध्यान रखा जाता है। यदि आप में अनुशासन होगा तभी आप किसी रिसर्च को बेहतर तरीके से पूरा कर सकते है। रिसर्च में जहां आपका विचार और मेहनत सबसे बड़ी जरूरत होती है। उसी के साथ पूंजी होना भी रिसर्च की सबसे मूलभूत आवश्यकता होती है।यूजीसी या किसी भी अन्य संस्थान द्वारा आपको तभी रिसर्च ग्रांट मिलती है जब आपका रिसर्च समाज के लिए फायदेमंद हो। किसी भी रिसर्च में खासतौर पर सबसे पहले आपका उद्देश्य स्पष्ट होने पर ही आपको ग्रांट मिल सकती है।
इस अवसर पर मालवांचल यूनिवर्सिटी के प्रो.चासंलर और विभागाध्यक्ष पैथोलॅाजी डॅा.संजीव नारंग ने रिसर्च ग्रांट के इस सेमिनार के मुख्य उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी। इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया ,वाइस चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया, डायरेक्टर आर एस राणावत,एडिशनल डायरेक्टर आर सी यादव, ,इंडेक्स हॅास्पिटल सुप्रिटेडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल डॉ.अजय सिंह ठाकुर ने सभी टीम की सराहना। मालवांचल यूनिवर्सिटी के वाइस चासंलर एन के त्रिपाठी, प्रो. वाइस चासंलर डॅा.रामगुलाम राजदान,रजिस्ट्रार डॅा.एम क्रिस्टोफर,डायरेक्टर आईक्यूएसी डॅा.सुधा श्रीवास्तव, इंडेक्स मेडिकल कॅालेज डीन डॉ.जीएस पटेल आदि शिक्षक और विद्यार्थियों उपस्थित थे। संचालन साइंटिफिक आफिसर डॅा.नेहा जायसवाल ने किया। आभार असिस्टेंट रजिस्ट्रार रिसर्च दीपशिखा विनायक ने माना।