क्षमा के भाव सदैव रखो आत्मा निर्मल रहेगी — प्रकाश मुनि जी महाराज साहेब

सामूहिक क्षमा वाणी

इंदौर । पूज्य प्रवर्तक श्री प्रकाश मुनि जी महाराज, महासती श्री रमणिक कंवर जी रंजन महाराज के सानिध्य में आज सामूहिक क्षमावाणी का कार्यक्रम महावीर भवन में आयोजित किया गया।
प्रवर्तक प्रकाश मुनि जी महाराज ने उधबोधित किया कि क्षमा को जीवन मे अपना लो और क्षमा के भाव सदैव रखो, जैन धर्म भाव धर्म है, शूद्ध भावों से व्यक्ति की आत्मा निर्मल रहेती है। इस अवसर पर प्राणिमात्र के लिए मैत्री की कामना की गई।
सामूहिक क्षमावाणी में संघ के महामंत्री रमेश भंडारी ने संघ की और से प्रवर्तक प्रकाश मुनि जी महाराज वह सभी संतमण्डल, महासती रमणिक कंवर जी रंजन महाराज से क्षमा याचना की। सभी संस्थाओं से, सभी संयोजक गणो से, सभी कार्यकर्ताओं, सभी दानदाताओं से, शासन प्रशासन, मीडिया पत्रकार बंधुओं, एवं चातुर्मास से जुड़े सभी व्यक्तियों से क्षमा याचना की कहा कि हमारी किसी भी भूल के लिए क्षमा करें। अचल चौधरी, हस्तीमल झेलावत, राज कुमार जैन पंजाबी, जिनेश्वर जैन, अशोक मंडलीक, रितेश कटकानी, मंजुला बहन बोटादरा, सुनीता छजलानी आदि ने अपने शब्दों से क्षमा याचना की।
इस अवसर पर श्री अचल चौधरी,श्री रमेश भंडारी,श्री हस्ती मल झेलावत,श्री अशोक मांडलिक, डा.राजीव चौधरी,श्री सुरेश देशलहरा,श्री राजकुमार जैन,श्री हेमंत बोहरा,श्री राजेंद्र महाजन,श्री महेंद्र डागरिया,श्री जिनेश्वर जैन,श्रीसुविधि जवेरी,श्री रितेश कटकानी,श्री निशीथ चौधरी,श्रीमति मंजुला बहन बोटादरा,आदि उपस्थित हुए।
संचालन श्री प्रकाश भटेवरा ने किया।आभार जिनेश्वर जैन ने व्यक्त किया।