सतर्कता और दूरदर्शिता ही विद्युत सुरक्षा का आधार.

सतर्कता और दूरदर्शिता ही विद्युत सुरक्षा का आधार….

इंदौर। ट्रेनिंग कर्मचारियों, अधिकारियों की दक्षता बढ़ाने और नए तौर तरीकों से विभागीय कामकाज को आसान व सुरक्षित बनाती है। बिजली संबंधी सेवाओं में सतर्कता, सुरक्षा उपकरणों के उपयोग और दूरदर्शिता से ही बचाव होता है। सावधानी से दुर्घटना टाली जा सकती है। इंजीनियर ट्रेनिंग की बातों को दैनिक कार्य प्रणाली में शामिल करे और मैदानी वातावरण को सुरक्षित बनाए।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने उक्त प्रेरक उद्बोधन दिया। वे पोलोग्राउंड स्थित सभागार में ग्रामीण विद्युतीकरण निगम विद्युत प्रबंधन और प्रशिक्षण संस्थान हैदराबाद के तत्वावधान विद्युत सुरक्षा को लेकर तीन दिनी प्रशिक्षण का समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग का महत्व तभी रहेगा, जब इसकी बातों का असर मैदानी कार्यों में नजर आए। संयुक्त सचिव श्री तरूण उपाध्याय ने कहा कि कंपनी कार्मियों को नई तकनीक के साथ ही सुरक्षित वातावरण में सावधानी, सजगता के साथ विद्युत संबंधी कार्य करने की सतत कोशिश कर रही है। इस मामले में मैदानी अमले से हर बातों व तथ्यों पर अक्षरशः अमल करने का आह्वान करता हूं। इस दौरान अर्थिंग के महत्व, ग्रिड के कार्यों में सगजता एवं सावधानी, आग लगने पर बचाव व सावधानी के कार्य आदि की विशेष जानकारी भी दी गई। मप्र पुलिस के फायर फायटर कर्मचारियों ने अधिकारी श्री बीेएस हुड्डा के नेतृत्व में आग बुझाने का सजीव प्रदर्शन किया। समापन मौके पर प्रशिक्षण में शामिल इंजीनियरों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक श्री संजय मोहासे, मुख्य अभियंता श्री एसएल करवाड़िया, अतिरक्त मुख्य अभियंता श्री आरके नेगी के साथ ही हैदराबाद के प्रशिक्षक श्री बी. मुरलीधर राव, श्री एसएच वाईकर आदि विशेष रूप से मौजूद थे। संचालन श्रीमती रूपाली गोखले ने किया। आभार माना उप महाप्रबंधक मानव संसाधन श्रीमती सपना दामेशा ने।