“ट्रांसफर माफिया” सक्रिय , इस ट्रांसफर माफिया ने ही फ़र्ज़ी तरीक़े से सैकड़ों तबादले की अनुशंसा की – नरेंद्र सलूजा
भोपाल -.मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने मध्यप्रदेश में तबादलों की अनुशंसा के लिए बड़ी संख्या में सामने आ रहे भाजपा सांसदों व विधायकों के फर्जी अनुशंसा पत्र व मंत्रियो के नक़ली पीए के मामलो को एक बड़ा फर्जीवाड़ा बताते हुए, इसके पीछे प्रदेश में सक्रिय “ट्रांसफर माफिया” का हाथ बताते हुए इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
सलूजा ने बताया कि भाजपा नेताओं व मंत्रियो के संरक्षण में ही यह ट्रांसफर माफिया प्रदेश में सक्रिय है।इस ट्रांसफर माफिया ने उच्च स्तरीय साँठगाँठ से सैकड़ों तबादलों की अनुशंसा फर्जी तरीके से की है ?
इस ट्रांसफर माफिया को उच्च स्तर पर राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है।इस ट्रांसफर माफिया को फायदा पहुंचाने के लिए ही तबादलों की अंतिम तारीख 31 जुलाई से बढ़ाकर 7 अगस्त की गई है।
सलूजा ने बताया कि तबादलों के नाम पर एक बड़ा “ट्रांसफर उद्योग” प्रदेश में चल रहा है।वल्लभ भवन से लेकर प्रदेश के भाजपा कार्यालयो और मंत्रियों के बंगलों पर दलालों की भारी भीड़ लगी हुई है ,खुलेआम पदों की ओर ट्रांसफर की बोलियां लग रही है ,जमकर वसूली का खेल चल रहा है।
यही ट्रांसफ़र माफिया सांसदों ,विधायकों के फर्जी अनुशंसा पत्र तैयार लगाकर और मंत्रियों के पीए और स्टाफ से सांठगांठ कर ,उनके नाम पर तबादलों के लिए बड़ी वसूली कर रहा है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिखावटी तौर पर मंत्रियों से इन ट्रांसफर माफियाओ से सावधान रहने की बात करते हैं और दूसरी तरफ यह खेल धड़ल्ले से जारी है क्योंकि इस खेल को उच्च राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है ?
सलूजा ने आरोप लगाया है कि प्रदेश के भाजपा कार्यालयो ,मंत्रियों के बंगलों और वल्लभ भवन में खुलेआम इस ट्रांसफर माफिया के माध्यम से तबादलों की सूचियां बनाई जा रही है ,बटवारे -कमीशन का खेल खुलेआम चल रहा है , जमकर वसूली चल रही है , कई भाजपा नेता व मंत्री इस खेल में लगे हुए हैं ,खुलेआम तबादलों के नाम पर पैसे मांगे जा रहे हैं ? अधिकारी-कर्मचारी इस वसूली से परेशान हो चले है।
शिवराज सरकार इस पूरे मामले पर सच जानते हुए भी मौन बनी हुई है ?
कांग्रेस ने मांग की है कि तबादलों के लिए अभी तक प्राप्त भाजपा नेताओं ,सांसदों विधायकों ,मंत्रियों के अनुशंसा पत्र की ठीक ढंग से जांच हो क्योंकि इनका बड़ी संख्या में दुरुपयोग यह ट्रांसफर माफिया कर रहा है और उच्च स्तरीय सांठगांठ से इस खेल को अंजाम दे रहा है ?