रतलाम जिले में अब तक 523331 लोगों की स्क्रीनिंग की गई
रतलाम 13 नवंबर। रतलाम जिले में विश्व मधुमेह दिवस 14 नवंबर के अवसर पर व्यापक गतिविधियां आयोजित की जाएगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संध्या बेलसरे ने बताया कि 14 नवंबर को रतलाम जिले में शासकीय स्वास्थ्य संस्थानों में निशुल्क जांच , औषधि , डायग्नोस्टिक सेवाएं सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिर एवं शासकीय स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध कराई जाएगी। रतलाम जिले में गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ सत्येंद्र राजावत ने बताया कि रतलाम जिले में 30 वर्ष से अधिक आयु के अब तक 523331 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है, इनमें से डायबिटीज के 25993 रोगियों का नियमित रूप से निशुल्क उपचार किया जा रहा है। मधुमेह अथवा डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है , यह बीमारी शरीर में पर्याप्त इंसुलिन नहीं बन पाने से होती है , इसके कारण ब्लड में मौजूद ग्लूकोस या शुगर का लेवल बढ़ जाता है। इंसुलिन एक तरह का हार्मोन है जो ब्लड में मिलकर ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने का काम करता है, यदि शरीर में पर्याप्त इंसुलिन मौजूद नहीं होता है तो ब्लड कोशिकाओं तक ग्लूकोज नहीं पहुंच पाता है और यह रक्त में ही एकत्र हो जाता है। रक्त में मौजूद अतिरिक्त शुगर आगे चलकर डायबिटीज में परिवर्तित हो जाती है। मधुमेह के सामान्य लक्षण बार-बार पेशाब आना, धुंधली दृष्टि, धीरे-धीरे घाव भरना, वजन में कमी अत्यधिक भूख प्यास लगना आदि है। मधुमेह की पहचान रक्त की जांच करके की जाती है। इससे होने वाली जटिलताओं के कारण हृदय संबंधी बीमारी, तंत्रिकाओं में शून्यता , धुंधली दृष्टि , किडनी खराब होना तथा अल्जाइमर जैसे विकारों के जोखिम बढ़ सकते हैं।
इससे बचाव के लिए अधिक से अधिक व्यायाम करें, कम वसा और कम कैलोरी आहार के माध्यम से शरीर के वजन को सही बनाए रखें , उच्च शकर या तले हुए खाद्य पदार्थों के सेवन से परहेज करें , पर्याप्त सब्जियो फलों और अधिक फाइबर वाले पौष्टिक भोजन का सेवन करें , नियमित रूप से चलना , तेराकी योग आदि के माध्यम से शारीरिक रूप से सक्रिय रहे , अच्छी नींद ले और तनाव और चिंता मुक्त रहें, धूम्रपान छोड़े , शराब और कैफीन का सेवन नहीं करें, 30 वर्ष के सभी लोगों को हर 6 माह में अपने ब्लड शुगर की जांच अनिवार्य रूप से कराना चाहिए। मधुमेह अथवा डायबिटीज की प्रत्येक प्रकार की जांच परामर्श एवं उपचार संबंधित सेवाएं सभी शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों पर निशुल्क उपलब्ध है।