प्रेम – दया वाले सदाचारी राजा का राज ही रामराज है

*प्रेम – दया वाले सदाचारी राजा का राज ही रामराज है*

*दुख और नाकामी से मुक्ति का मूल मंत्र है राम नाम – नायक*

इंदौर । प्रखर चिंतक मानस मर्मज्ञ एवं पूर्व मंत्री मुकेश नायक ने कहा है कि प्रेम और दया वाले सदाचारी राजा का राज ही रामराज है । जीवन मैं आने वाले दुख और नाकामी से मुक्ति का मूल मंत्र है प्रभु श्री राम का नाम ।

नायक आज यहां गांधी हाल में संस्था विचार मंच के द्वारा आयोजित व्याख्यान में भगवान राम के जीवन का दर्शन करा रहे थे। उन्होंने सनातन धर्म, संस्कृति और परंपरा के वाहक श्री राम विषय पर अपना ओजस्वी उद्बोधन दिया । इस उद्बोधन के दौरान उन्होंने भगवान राम के जीवन से जुड़े अलग-अलग प्रसंग सुनाते हुए उन प्रसंग के माध्यम से मिलने वाली सीख से रूबरू कराया ।
उन्होंने कहा कि सद्गुण और निर्गुण के बीच निरंतर संघर्ष होता है । जब-जब ऐसा लगता है कि सद्गुण पराजित हो जाएगा तो उस स्थिति में हमें सत्य और निर्बल के विश्वास के प्रतीक भगवान श्री राम की याद आती है । उन्होंने एक समय पर राक्षस तारक के द्वारा देवताओं के बीच मचाए गए आतंक, कामदेवता की मदद से भगवान शिव की तपस्या को भंग करने की कोशिश, गंगा पार करने के लिए केवट की नाव पर सवार होने के भगवान राम के प्रसंग और धरती माता तथा राम जी के बीच हुए संवाद का वृतांत सुनाया । उन्होंने कहा कि भगवान शिव भी हमेशा भगवान श्री राम के नाम का जाप करते हैं । भगवान राम इस सृष्टि के मूल कारक तत्व है । जीवन में जब भी दुख और नाकामी आए तो उससे मुक्ति के लिए महामंत्र भगवान श्री राम के नाम का जाप है । द्वार पर लगाए जाने वाला दीपक द्वारा के अंदर और द्वार के बाहर दोनों तरफ प्रकाश देता है । अयोध्या में रामराज एक ऐसा राज था जिसमें राजा पर प्रजा का अंकुश था । उस समय पर दूसरे की पीड़ा से राजा का हृदय दुखी होता था ।
नायक ने कहा कि रामराज की बात तो हम सभी ने बहुत सुनी होगी । रामराज का मतलब होता है सदाचारी राजा, जिसके मन में दया और प्रेम हो । ऐसा राजा जब राज करता है तो प्रजा में अपने आप अनुशासन आ जाता है । भगवान राम की भक्ति से ज्ञान का दीपक जलता है ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में विचार मंच की ओर से पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा , डॉ भरत छापरवाल, शिवाजी मोहिते और श्याम सुंदर यादव ने श्री नायक का स्वागत किया । स्वागत में श्री नायक को मालवी पगड़ी पहनाकर राम नाम का दुपट्टा ओढाया गया। कार्यक्रम का संचालन संजय पटेल ने किया । अतिथि को स्मृति चिन्ह मयंक नगर ने भेंट किया । अंत में आभार प्रदर्शन शफी शेख ने किया ।

कार्यक्रम में सरदार सुरजीत सिंह, गिरधर नागर, राजेश चोकसे, विनय बाकलीवाल, अर्चना जायसवाल, इन्दौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी, गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष रिंकू भाटिया, विचार मंच के फादर पायस, प्रणिता दीक्षित, अमिता वर्मा, रामेश्वर गुप्ता , अमित चौरसिया आदि उपस्थित थे ।

 

कार्यक्रम में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, रिंकू भाटिया,शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्डा, जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव, वरिष्ठ नेता राजेश चौकसे, गिरधर नागर, मनोहर धवन, विचार मंच, इन्दौर से डॉ भरत छापरवाल श्याम,श्याम सुंदर यादव,शिवाजी मोहिते,शशीकांत गुप्ते, शफी शेख,अरविंद पोरवाल,सुशीला यादव,अर्चना जायसवाल,विनय बाकलीवाल, निगम नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे, अभय वर्मा, अफसर पटेल, प्रदेश प्रवक्ता अमित चौरसिया,गजेंद्र वर्मा,पार्षद राजू भदौरिया, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सोनीला मीमरोट,सुधीर भारती,मधुसूदन भलिका, हाजी वाहब, शैलू सेन, पुखराज राठौर,आदि उपस्थित थे ।